4 यदि हाकिम का क्रोध तुझ पर भड़के, तो अपना स्थान न छोड़ना, क्योंकि धीरज धरने से बड़े बड़े पाप रुकते हैं॥
पूरा अध्याय पढ़ें सभोपदेशक 10
देखें संदर्भ में सभोपदेशक 10:4