12 हे मेरे पुत्र, इन्ही में चौकसी सीख। बहुत पुस्तकों की रचना का अन्त नहीं होता, और बहुत पढ़ना देह को थका देता है॥
पूरा अध्याय पढ़ें सभोपदेशक 12
देखें संदर्भ में सभोपदेशक 12:12