6 क्योंकि मूर्ख की हंसी हांडी के नीचे जलते हुए कांटो ही चरचराहट के समान होती है; यह भी व्यर्थ है।
पूरा अध्याय पढ़ें सभोपदेशक 7
देखें संदर्भ में सभोपदेशक 7:6