भजन संहिता 107:30 HHBD

30 तब वे उनके बैठने से आनन्दित होते हैं, और वह उन को मन चाहे बन्दर स्थान में पहुंचा देता है।

पूरा अध्याय पढ़ें भजन संहिता 107

देखें संदर्भ में भजन संहिता 107:30